महाराणा कुम्भा के शासनकाल की जानकारी ‘एकलिंग महात्म्य’, ‘रसिक प्रिया’, ‘कुम्भलगढ़ प्रशस्ति’ आदि से मिलती है। वह 1433 ई. में गददी पर बैठा। कुम्भा ने अपने शासनकाल के प्रारंभ में स्थानीय और पड़ोसी राज्यों को जीत कर अपनी शक्ति को
महाराणा कुम्भा के शासनकाल की जानकारी ‘एकलिंग महात्म्य’, ‘रसिक प्रिया’, ‘कुम्भलगढ़ प्रशस्ति’ आदि से मिलती है। वह 1433 ई. में गददी पर बैठा। कुम्भा ने अपने शासनकाल के प्रारंभ में स्थानीय और पड़ोसी राज्यों को जीत कर अपनी शक्ति को